हत्या के बाद फिल्म दृश्यम जैसे शव को ठिकाने लगाया,पर बच नहीं पाए पुलिस से

मैनपाट। सरगुजा जिले में हत्या के बाद लाश ठिकाने लगाने का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने लोगों को सस्पेंस थ्रिलर फिल्म दृश्यम की याद दिला दी।तीन माह से लापता राजमिस्त्री की लाश जल जीवन मिशन के तहत बनी टंकी के नीचे बरामद हुई है. पानी टंकी को जेसीबी से गिराया गया और 15 फीट खुदाई के बाद पुलिस ने शव निकाला, जो पूरा कंकाल बन गया था.

यह घटना सरगुजा जिले के मैनपाट के लूरैना गांव की है. राजमिस्त्री संदीप लकड़ा संदिग्ध परिस्थितियों में जून से लापता हुआ था. इसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पर पुलिस ने पूरी तहकीकात की पर कुछ पता नहीं चला था. जब फिर ठेकेदार और सहयोगियों से दोबारा पूछताछ की गई तब पुलिस को सफलता मिली. राजमिस्त्री संदीप की हत्या कर पानी टंकी निर्माण के लिए खोदे गए नीव में उनके शव को दफनाया गया था. बता दें कि जल जीवन मिशन के ठेकेदार अभिषेक पांडे ने मृतक के खिलाफ चोरी की शिकायत मैनपाट थाने में की थी.

चोरी की शंका में पिटाई की फिर हो गई मौत

पुलिस ने दो दिन पहले ठेकेदार अभिषेक पांडेय और उसके सहयोगियों से कड़ाई से पूछताछ की तो इस वारदात को राज खुला. ठेकेदार और सहयोगियों ने बताया कि चोरी की घटना पर नाराजगी थी. संदीप की पिटाई हुई थी, अगली सुबह संदीप की मौत हो चुकी थी. इसके बाद 60 किलोमीटर दूर ले जाकर पानी टंकी के लिए खोदे गए नीव में संदीप का शव गाड़ दिया और उस पर पानी टंकी बना दी।