मुफ्त वैक्सीन देने को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ी, राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच मप्र, तमिलनाडु के सीएम ने भी किया मुफ्त वैक्सीन देने का एलान
नई दिल्ली (एजेंंसी)। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जारी भाजपा के संकल्प पत्र में राज्य के सभी लोगों को मुफ्त कोरोना वैक्सीन देने के वादे को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। मध्य प्रदेश और तमिलनाडु के मुख्यमंत्रियों ने जहां अपने राज्यों में मुफ्त वैक्सीन देने का एलान किया, वहीं कांग्रेस ने इस वादे के लिए भाजपा की आलोचना की। दूसरी तरफ, कांग्रेस ने इस वादे के लिए भाजपा पर निशाना साधा। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि लोगों को राज्यवार चुनाव का कार्यक्रम देखना चाहिए, ताकि पता चल सके कि उसे वैक्सीन कब मिलेगी। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्वीट किया, तुम मुझे वोट दो, मैं तुम्हें वैक्सीन दूंगा। यह भयानक है। क्या निर्वाचन आयोग इस पर ध्यान देगा? कांग्रेस के अलावा राजद, शिवसेना, समाजवादी पार्टी और नेशनल कांफ्रेंस ने भी वैक्सीन मुफ्त में देने के भाजपा के वादे पर सवाल उठाया है और इस मामले का राजनीतीकरण करने का आरोप लगाया है। हालांकि, इन आलोचनाओं के जवाब में भाजपा ने कहा है कि स्वास्थ्य राज्य का विषय है और उसका संकल्प पत्र बिहार के लिए है, पूरे देश के लिए नहीं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को ग्वालियर के दशहरा मैदान में आयोजित चुनावी सभा में घोषणा की कि प्रदेश के गरीबों को कोरोना वैक्सीन मुफ्त में दी जाएगी। इसके अलावा तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने भी राज्य के लोगों को वैक्सीन मुहैया कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जैसे ही वैक्सीन उपलब्ध होगी, समाज के सभी तबके के लोगों को इसे उपलब्ध कराया जाएगा। इसका खर्च सरकार वहन करेगी। डीएमके सुप्रीमो एमके स्टालिन ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे समय जब राज्य के लोगों की मदद करना सरकार की जिम्मेदारी है पलानीस्वामी फ्रीबी की तरह घोषणा कर रहे हैं। वहीं राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना का टीका देश का है, भाजपा का नहीं! इसका इस्तेमाल दिखाता है कि इनके पास बीमारी और मौत का भय बेचने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।