TTN Desk
रायपुर। सोशल मीडिया पर एक वीडीओ वायरल है जिसमें एक युवक रायपुर के NHMMI हॉस्पिटल में रेड कम्पनी की एंबुलेंस के सामने खड़ा है। उसके साथ उसके दो और भाई भी है।इनका आरोप है कि उनकी मां बीमार थी ,उनके इलाज के लिए हॉस्पिटल ने जितना कहा उतना पैसा जमा कराया बाद में उन्हें एयर एंबुलेंस से हैदराबाद ले जाने कहा।वे जब एयर एंबुलेंस से मां को ले जा रहे थे तब उसमें न डॉक्टर था और न ही उसका वेंटिलेटर चल रहा था। उड़ान भरने के बाद एयर एंबुलेंस के स्टाफ ,पायलट से भी मरीज की बिगड़ती हालत बताई।उन्होंने एक न सुनी हद ये कि हैदराबाद उतारने की बजाय वापस रायपुर एयरपोर्ट पर उन्हें उतारा गया वहां से एम्बुलेंस में जब तक हॉस्पिटल पहुंचते मरीज की जान जा चुकी थी।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के लालपुर स्थित NHMMI नारायणा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में दाखिल एक महिला की मौत के बाद बवाल मच गया। महिला की मौत को लेकर परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मृतक के बेटे ओम खेमानी ने आरोप लगाया कि उनकी मां की मौत नहीं हुई, बल्कि उन्हें जानबूझकर मारा गया है। वहीं इस मामले में NHMMI नारायणा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के फैकल्टी डायरेक्टर का बयान भी सामने आया है।
वीडीओ में रोते हुए अपनी मां की हॉस्पिटल की लापरवाही से मौत हो जाने का आरोप लगाने वाला युवक का ओम खेमानी है। उसका कहना है कि उनकी मां भारती देवी के इलाज के लिए उन्हें दो सितंबर को NHMMI नारायणा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया था, जहां से उन्हें अस्पताल ने हैदराबाद के लिए रेफर किया। इस दौरान अस्पताल ने ही उन्हें अस्पताल में मौजूद रेड एयर एम्बुलेंस के कार्यालय से संपर्क कर हवाई मार्ग से ले जाने का सुझाव दिया था। इसके बाद रायपुर एयरपोर्ट से हैदराबाद के लिए उड़ान भरने के बाद मशीन में खराबी के कारण ऑक्सीजन सप्लाई नहीं हो पा रही थी, जिससे मरीज की स्थिति बिगड़ने लग गई। इस दौरान उन्होंने बार-बार ऑक्सीजन मास्क लगाने की गुजारिश की, लेकिन वहाँ मौजूद लोगों ने कहा कि ऊंचाई ज्यादा होने की वजह से ऑक्सीजन की समस्या है और जल्दी ही समाधान किया जाएगा। इसके बाद पायलट ने अन्य कर्मचारियों से कुछ बात की और 15-17 मिनट के भीतर हैदराबाद में लैंड करने वाले एयर एम्बुलेंस को रायपुर में वापस उतार लिया गया। इसके बाद जब वह उन्हें वापस अस्पताल लेकर जा रहे थे तब रास्ते में उनकी मृत्यु हो गई।
न डॉक्टर था एंबुलेंस में न मशीन थी सही
ओम खेमानी ने बताया कि एयर एम्बुलेंस मशीन में तकनीकी खराबी थी, इसके बावजूद एयर एम्बुलेंस ने उड़ान भरी, जबकि इसे लेकर उन्होंने कई बार आपत्ति भी जताई थी। वहीं जो एम्बुलेंस अस्पताल में उनकी मां को लेने आई थी, उसमें कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था।
पीड़ित परिवार ने हॉस्पिटल और रेड एयर एम्बुलेंस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने मरीज की जान बचाने एयर एम्बुलेंस के लिए 6,11,000 रुपये और अस्पताल में इलाज के लिए लगभग 8,00,000 रुपये का भुगतान किया था, लेकिन इसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन ने ध्यान नहीं दिया।
हमारी कोई गलती नहीं : हॉस्पिटल
इस मामले को लेकर NHMMI नारायणा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के फ़ैकल्टी डायरेक्टर अजित कुमार ने कहा इसमें हमारी कोई गलती नहीं है हमारे यहाँ से सुरक्षित मरीज़ को लेकर परिजन गए थे, उस समय उनकी स्थिति ठीक थी, ऑक्सीजन की कमी कहाँ हुई थी हमारी जानकारी में नहीं है।