लखनऊ (एजेंसी)। उत्तरप्रदेश में बीएड प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई। लेकिन राजधानी लखनऊ समेत कई जिले के परीक्षा केन्द्रों में अभ्यर्थियों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का न तो पालन हुआ और न ही थर्मल स्क्रीनिंग हुई। कई केन्द्र में अभ्यर्थियों की भीड़ दिखी। केंद्रों के बाहर स्टूडेंट दो गज की दूरी के नियमों को भी भूल गए। कोरोना काल में नियमों की अनदेखी भारी पड़ सकती है।
राजधानी लखनऊ में परीक्षा को लेकर किए गए तमाम दावों की पोल रविवार सुबह खुल है। कोरोना महामारी के बावजूद सामाजिक दूरी जैसे प्रोटोकॉल तक पूरे नहीं हो सके। केकेसी, केकेसी, एपी सेन कॉलेज में ना तो थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था दिखी और ना ही अन्य व्यवस्थाएं। सिर्फ केंद्र में ही नहीं, बल्कि केंद्र तक पहुंचने में भी अभ्यर्थियों को काफी मेहनत करनी पड़ी। बाराबंकी से केकेसी पर परीक्षा देने आए सुरेश सिंह और सुल्तानपुर से आई आयुषी ने बताया कि बस तक नहीं मिल रही है। पहुंचने के लिए प्राइवेट गाडियां करनी पड़ी है। परीक्षा देने पहुंचे अभ्यर्थियों ने बताया कि एडमिट कार्ड की फोटोकॉपी लेकर नहीं पहुंचने से कई स्टूडेंट को चक्कर काटने पड़े। हालांकि कुछ केंद्रों के आसपास फोटो स्टेट की दुकानें देरी से खुलीं। यहां पर स्टूडेंट की एडमिट कार्ड की फोटोकॉपी कराने के लिए लाइन लगी रही। प्रशासन द्वारा प्रतिबंध में ई-रिक्शा और ऑटो संचालन की छूट देने से स्टूडेंट को राहत मिली।