प्रतिकात्मक फोटो
कोरबा/मनोज शर्मा
बिलासपुर संभाग का दस मंजिला सबसे ऊंचा आवासीय भवन स्टूडियो अपार्टमेंट के रूप में बालको बनाने जा रहा है।इसका निर्माण भी शुरू कर दिया गया है।अब तक कोरबा में अभी एनटीपीसी की एडीएम बिल्डिंग सबसे ऊंची इमारत है।अब यदि कोरबा की बात की जाय तो यहां कोल माइनिंग एरिया होने का हवाला दे कर कोई भी आवासीय,व्यवसायिक या शासकीय भवन को ग्राउंड प्लस चार मंजिल के निर्माण की ही अनुमति मिली है। यूं ये अपने आप में चौंकाने वाला है कि आखिर बालको को ही यूं ऊंची इमारत बनाने की अनुमति क्यों मिली जबकि विभिन्न डेवलपर्स को ये अपने प्रोजेक्ट के लिए हासिल नहीं हुई।
बालको को पार्किंग मिला कर दस मंजिला भवन बनाने दी गई अनुमति पर नगर निगम हो या टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे है वहीं बालको प्रबंधन का कहना है कि सभी विभाग की विधिवत अनापत्ति और अनुमति प्राप्त करने के बाद ही भवन निर्माण किया जा रहा है।
चुनाव घोषणा से ठीक पहले आवेदन,नतीजों के पहले अनुमति
वेदांता समूह की भारत एल्यूमिनिम कम्पनी लिमिटेड ने टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के डिप्टी डायरेक्टर कोरबा को इस भवन निर्माण की अनुमति देने का आवेदन 11 मार्च 2024 को दिया गया था और विभाग ने 13 मई 2024 को उसे अनुमति दे दी। खास बात ये है कि बालको द्वारा आवेदन देने और उसे अनुमति मिलने का जो अरसा है , उस दरमियान छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में लोकसभा चुनाव की हलचल थी। लोकसभा चुनाव का ऐलान 16 मार्च को हुआ।छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में चुनाव हुए। जिसमे अलग अलग सीटों पर 19,26 अप्रैल तथा 7 मई को मतदान हुआ था।कोरबा लोकसभा सीट पर अंतिम चरण 7 मई को वोट पड़े और 4 जून को नतीजे आए थे।इधर इस दौरान ही भवन निर्माण का ठेका लेने वाली राजस्थान के मिराज समूह की कंपनी ने काम भी शुरू कर दिया।
जीईटी हॉस्टल के पीछे डेढ़ लाख वर्गफूट के प्लॉट पर निर्माण,70 करोड़ का ठेका
बालको के इस भवन निर्माण के संबंध में भले ही संबंधित अधिकारी बोलने से कतरा रहे हो मगर हमारे पास इससे संबंधित दस्तावेज है।यह भवन ग्राम रिसदा के 14 अलग अलग हलकों के हिस्से को मिला कर बताई गई करीब डेढ़ लाख वर्गफूट के भूखंड पर बन रहा है।जो अभी के जीईटी हॉस्टल के पीछे और हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के पास स्थित है।इस क्षेत्र को अभी टीन की ऊंची दीवारों से घेर तेजी से निर्माण हो रहा है।यह भी पता चला है कि इस अपार्टमेंट में एक और दो बीएचके के फ्लैट होंगे ताकि ग्रेजुएट ट्रेनी इंजीनियर अपनी सेवा के दौरान यदि उनकी फैमिली भी यहां आ कर रहना चाहे तो रह सके।बताया गया है कि करीब 70 करोड़ की लागत इस स्टूडियो अपार्टमेंट पर आ रही है।