TTN Desk
उत्तर-प्रदेश के बहराइच में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए बवाल ने बड़ा रूप ले लिया है। युवक की मौत से भड़का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इस दौरान बहराइच में हुई साम्प्रदायिक हिंसा को लेकर इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है। सोमवार (14 अक्टूबर) को सुबह एक बार फिर से बहराइच में आगजनी और तोड़फोड़ की गई। इतना ही नहीं बाइक के शोरूम और एक अस्पताल में आग लगा दी गई है। दवाइयों को जला दिया गया है। लोग लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर उतर गए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार बहराइच हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्च अधिकारियों की बैठक बुला ली है। बहराइच हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्रा के परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर हंगामा किया। वहीं गुस्साए लोगों ने बहराइच के अस्पताल और बाइक के शोरूम को आग के हवाले कर दिया। पूरे इलाके में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है। हालांकि पुलिस ने मृतक के परिजनों को समझाया है। लेकिन अभी तक बात नहीं बनी है। परिजन कड़ी कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं।
बताया जा रहा है कि इससे पहले बहराइच सांप्रदायिक हिंसा में जान गंवाने वाले रामगोपाल मिश्रा का पोस्टमार्टम सुबह सात बजे पूरा हुआ। इसके बाद शव उनके घर की तरफ रवाना किया गया था। इस घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है। महराजगंज और महसी इलाके के निजी स्कूलों में छुट्टी कर दी गई। वहीं इस मामले में तमाम राजनीतिक पार्टियों के बयान सामने आ रहे हैं।
एडीजी हाथों में पिस्टल ले सड़क पर उतरे
उत्तर प्रदेश के बहराइच में हुई हिंसा को लेकर इस समय इलाके में जबरदस्त तनाव का माहौल है. पुलिस ने लाठी चार्ज किया है,आंसू गैस के गोले भीड़ को नियंत्रित करने छोड़े है।इंटरनेट बंद कर दिया गया है।स्कूलों में छुट्टी दे दी गई है।इस बीच बहराइच-सीतापुर हाइवे पर उग्र भीड़ ने दो गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. कई दुकानों में भी तोड़फोड़ और आगजनी की गई है. वहीं प्रदर्शन के दौरान बहराइच में हालत इतने खराब हो गए हैं कि खुद ADG ल़ॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश को सड़क पर उतरना पड़ा है. अमिताभ यश हाथ में पिस्टल लेकर सड़क पर उतरे हैं और स्थिति को नियंत्रण करने की कोशिश में जुटे हुए हैं.
यहां फिर से एक दवाई की दुकान और कुछ गाड़ियों में आग लगाई गई है. यहां से आक्रोशित भीड़ अब कल हिंसा वाले स्थान की ओर बढ़ रही है. यहां भी लोगों ने पुलिस की मौजूदगी में आग लगा दी.प्रदर्शनकारियों का कहना है, ‘पुलिस कह रही है कि आप लोग पहले अंतिम संस्कार कीजिए, हम एक्शन ले रहे हैं, लेकिन ग्रामीण चाहते हैं कि पुलिस एक्शन ले फिर हम अंतिम संस्कार करेंगे.’ प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है, न तो कोई गिरफ्तारी की गई और न ही किसी पर एक्शन लिया गया है. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि आरोपियों का एनकाउंटर किया जाए और उनके घर पर बुलडोजर चलाया जाए.
मीडियावालों पर भी हमला
आक्रोशित भीड़ ने इस दौरान मीडियाकर्मियों के ऊपर भी हमला किया. स्थिति यहां तक आ गई कि मीडिया कर्मियों को भाग कर अपनी जान बचानी पड़ी. खुद डीएम-एसपी भी भीड़ के बीच घिरे हुए हैं. हालांकि तमाम अधिकारी लोगों को समझाने बुझाने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर भीड़हाथों में लाठी डंडे लेकर शव के साथ तहसील मार्ग पर सड़क को घेर लिया. बता दें कि बहराइच हिंसा में गोपाल मिश्रा की हत्या से ठीक पहले का एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि वह बवाल के दौरान एक घर की छत पर चढ़ कर हरा झंडा उतारकर भगवा झंडा लहरा रहा है. उसे ऐसा करने के लिए नीचे खड़ी भीड़ उसे मोटिवेट कर रही है. इसके कुछ देर बाद ही गोपाल की गोली मारकर हत्या हुई.दूसरे पक्ष का यह भी आरोप है कि विसर्जन जुलूस में शामिल लोगों ने भद्दे और आपत्तिजनक नारे लगाए।
क्या है पूरा मामला
बहराइच के हरदी के महसी महराजगंज में मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसा हुई थी. बताया जा रहा है कि दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान डीजे को लेकर हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि दो समुदायों के बीच पथराव और फायरिंग होने लगी थी. इस बवाल के दौरान रेहुआ मंसूर निवासी 20 वर्षीय राम गोपाल मिश्र की मौत हो गई थी. इससे नाराज लोगों ने विसर्जन यात्रा को रोककर महराजगंज के विरोध में बहराइच-सीतापुर हाईवे को जाम कर दिया था।
CM को इस्तीफा देकर मठ जाना चाहिये- अजय राय
इस मामले में यूपी कांग्रेस चीफ अजय राय ने कहा कि बहाराईच में गोली चली है। पूरे राज्य में जंगल राज्य है। सीएम को इस्तीफा देकर मठ जाना चाहिये कभी अल्पसंख्यक को मारा जा रहा है। कभी अगड़ों को मारा जा रहा है।