TTN Desk
मुरैना नगर निगम की भाजपा महापौर शारदा सोलंकी की 10वीं की मार्कशीट फर्जी पाई गई है। मुरैना जिला कोर्ट ने सोमवार को पुलिस को उनके खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया है। शारदा सोलंकी पहले कांग्रेस की टिकट पर महापौर चुनी गई थीं, बाद में भाजपा में शामिल हुईं। उनके विरोधी मीना जाटव ने पहले ही उनके दस्तावेज़ फर्जी होने का आरोप लगाया था।
रोलनंबर किसी और का निकला
मुरैना की महापौर शारदा सोलंकी के खिलाफ बड़ा फैसला सुनाया गया है। कोर्ट ने उनकी 10वीं की मार्कशीट में गड़बड़ी पाई और धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज करने का आदेश दिया। हालांकि, जाति प्रमाण पत्र के आरोप साबित नहीं हुए। महापौर शारदा सोलंकी ने कहा है कि उन्हें फैसले की जानकारी नहीं है। अब कोर्ट ने उनके खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश जारी किया है।
RTI से हुआ खुलासा
मुरैना की महापौर शारदा सोलंकी पर फर्जीवाड़े का आरोप है। सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी से पता चला है कि उन्होंने जिस स्कूल से 1986 में 10वीं पास करने का दावा किया, वहां के स्कूल प्रबंधन ने इसका खंडन किया। इसके अलावा, आईआरटीआई के तहत मिली जानकारी से यह भी पता चला कि शारदा सोलंकी की मार्कशीट में दिया गया रोल नंबर किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर है। जांच में पाया गया कि शारदा सोलंकी को स्वाध्यायी छात्र बताकर उन्हें पास घोषित किया गया।
जिस स्टूडेंट की मार्कशीट वह भी सभी विषय में फेल
महापौर शारदा सोलंकी की मार्कशीट विवाद में एक नया मोड़ आया है। याचिकाकर्ता के वकील किशोरीलाल गुप्ता ने खुलासा किया है कि संबंधित स्कूल और उत्तर प्रदेश शिक्षा बोर्ड दोनों ने इस मार्कशीट को गलत बताया है। दरअसल, इस रोल नंबर की मार्कशीट किसी नरोत्तम नाम के युवक की है, जो सभी विषयों में फेल हुआ था।