चेहरा बचाने का मोदी सरकार का हताषप्रद प्रयास, एक वेब आर्टिकल सारे केंद्रीय मंत्री कर रहे रीट्वीट, द गार्डियन अखबार ने कर दी पुष्टि, इससे हमारा कोई लेना देना नही।

एजेंसी। देश में corona बेकाबू हो चुका है। रोज़ मौत के आंकड़े नए रिकॉर्ड बना रहे हैं। उत्तर भारत के बाद और दूसरी लहर का असर दक्षिण भारत में भी बढ़ता जा रहा है। पीछले दिनों में दक्षिण के 2 और राज्यों में भी पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है। इन सब का मोदी सरकार पर बहुत बुरा असर हुआ है। बंगाल चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनावों में बीजेपी को करारी शिकस्त मिली है। सरकार बैकफुट पर है। पार्टी और स्वयं सेवक संघ इसके तहत छवि सुधारने के प्रयासों में लग गई है।

इसके अलावा मोदी को अंतर्राष्ट्रीय मीडिया ने भी आड़े हाथों लिया है। बीबीसी और सीएनएन द्वारा लगातार corona से हो रही मौतों की भयावह तस्वीरें और वीडियो रिपोर्ट की हैं। जिसे पूरी दुनिया ने देखा।

इससे लड़ने के लिए सरकार में बैठे मंत्रियों ने एक आर्टिकल जिसका शीर्षक ‘ #PMmodi Is working hard, don’t get trapped in the opposition’s BARBS ‘ था को अपने फॉलोवर्स के साथ शेयर किया। आर्टिकल प्रकाशित करने वाली वेबसाइट का नाम ‘The Daily Guardian’ है। जो अमेरिका के 200 साल पुराने प्रतिष्ठित अखबार ‘The Guardian’ से मेल खाता है। आर्टिकल ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा था की बाकी अंतरराष्ट्रीय मीडिया द्वारा की जा रही रियर्टिंग मोदी सरकार की छवि खराब करने की विपक्ष की साजिश मात्र है। लेकिन ‘The Guardian’ अखबार ने ही अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से इसकी पुष्टि करते हुए लिख दिया की हमारी कोई अन्य शाखा नही है और हम इस आर्टिकल से अपने आप को अलग करते हैं।

केंद्रीय मंत्रियों द्वारा किए गए ये प्रयास निराशाजनक है कि जब देश में लोगो की जान की कोई कीमत नहीं रह गई है तब उन्हे अपने प्रधान सेवक की छवि की चिंता सता रही है।