कोरबा। न्यू कोरबा हॉस्पिटल के संस्थापक और जिला चिकित्सालय के पूर्व सिविल सर्जन (चिकित्सा गुरु) डॉक्टर जी एल वाधवानी का शनिवार की देर रात निधन हो गया। रविवार को उनका अंतिम संस्कार कोरबा स्थित मुक्तिधाम में शाम 4:00 बजे किया जाएगा । उनके निधन से जहां एनकेएच परिवार स्तब्ध व सदमे में है, वहीं मेडिकल एसोसिएशन और शहर में शोक की लहर दौड़ गई। 70 वर्षीय डॉक्टर वाधवानी सरल, सहज स्वभाव और मिलनसार के अलावा लोगों की सेवा भाव के नाम से जाने जाते थे।
ज्ञात हो कि डॉक्टर वाधवानी विगत कुछ दिनों से अस्वस्थ थे और उन्हें न्यू कोरबा हॉस्पिटल में उनका गहन उपचार जारी था कि शनिवार मध्य रात्रि करीब 3 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। डॉक्टर वाधवानी अपने पीछे एक पुत्र और एक पुत्री सहित परिवार को रोता-बिलखता छोड़ गए हैं।
डॉक्टर जी एल वाधवानी के निधन के कारण एनकेएच प्रबंधन ने सोमवार 08 फरवरी को जमनीपाली स्थित एनकेएच जीवन आशा हॉस्पिटल के होने वाले शुभारंभ कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है। इसका शुभारंभ छत्तीसगढ़ शासन के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के हाथों होना था।
एनकेएच के डायरेक्टर डॉ. शोभराज चंदानी और सर्जन डॉ.शंकर पालीवाल एवं डॉ. श्रीमती पालीवाल ने बताया कि चिकित्सक गुरु डॉक्टर वाधवानी एनकेएच ग्रुप के संस्थापक सदस्य भी थे। इस कारण 08 फरवरी को होने वाले सभी कार्यक्रम स्थगित करने का निर्णय लिया गया है।
0 *हमारा एक साथी बिछड़ गया : डॉ. पालीवाल*
डॉ. वाधवानी के निधन को अपूरणीय और व्यक्तिगत क्षति बताते हुए डॉ. एस पालीवाल ने बताया कि आज से 15 साल पहले डॉ. जी एल. वाधवानी, डॉ. एस. पालीवाल, डॉ. श्रीमती आर पालीवाल और डॉ. एस.चंदानी ने साथ मिलकर 10 बिस्तरों वाला कोरबा हॉस्पिटल कोसाबाड़ी में प्रारम्भ किया था। इस परिवार का एक सदस्य आज बिछड़ गया। पूरा एनकेएच परिवार दुःख की इस घड़ी में डॉ. वाधवानी के परिवार के साथ खड़ा है।