केंद्र सरकार ने 11 सितंबर को 70 वर्ष से ऊपर के सभी वरिष्ठ नागरिकों को ‘आयुष्मान भारत’ योजना में शामिल करने का फ़ैसला लिया है.
इस फ़ैसले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, “हम प्रत्येक भारतीय के लिए किफ़ायती और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”
आइए जानते हैं, इस योजना में क्या है, किन्हें लाभ मिलेगा और जिनके पास प्राइवेट हेल्थ इंश्योरेंस है, उनके लिए क्या है?
1. ये योजना क्या है?
केंद्र सरकार आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना देश के गरीब लोगों के लिए चलाती है, जिसके तहत इलाज के लिए प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपये का कवर दिया जाता है.
केंद्र सरकार ने इस योजना को विस्तार देते हुए अब वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी इसमें अलग से पांच लाख रुपये का कवर देने की घोषणा की है.
2. किसे और कितना मिलेगा फ़ायदा?
70 साल से अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिक चाहे उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति कुछ भी हो, वो इस योजना का लाभ ले सकेंगे. इस योजना के तहत आने वाले वरिष्ठ नागरिकों को अलग से कार्ड जारी किए जाएंगे.
वैसे परिवार के वरिष्ठ नागरिक जो पहले से ही आयुष्मान भारत योजना में कवर हैं, उन्हें अब खुद के लिए अलग से 5 लाख रुपये का टॉप-अप कवर मिलेगा, हालाँकि वे इसे परिवार के 70 साल से कम उम्र के दूसरे सदस्यों के साथ शेयर नहीं कर सकेंगे.
परिवार में एक से अधिक वरिष्ठ नागरिक होने की स्थिति में उन्हें 5 लाख रुपये के अतिरिक्त कवर को शेयर करना होगा.
वहीं, आयुष्मान भारत योजना के तहत जो परिवार कवर नहीं है, उन परिवारों के 70 साल से अधिक के बुजुर्गों को भी इसका लाभ मिलेगा.
3. इस योजना में शेयर्ड का क्या मतलब है?
ये योजना क्योंकि परिवार पर आधारित है इसलिए इसे शेयर्ड बेस्ड रखा गया है.
परिवार में 70 साल से ज़्यादा उम्र के बुजुर्ग इस योजना का इस्तेमाल साझा तौर पर करेंगे.
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस योजना में शेयर्ड का मतलब है-” मान लीजिए किसी परिवार में 70 साल के दो सीनियर सिटिजन हैं तो पांच लाख का कवर इन दोनों के लिए होगा.”
4. किसे नहीं मिलेगा लाभ?
70 साल और उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक जो पहले से ही केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं (सीजीएचएस), पूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना (ईसीएचएस), आयुष्मान केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) जैसी अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य बीमा योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं, वे अपनी मौजूदा योजना में बने रह सकते हैं या एबी पीएम-जेएवाई का विकल्प चुन सकते हैं. यानी उनके पास इन दोनों में से किसी एक को चुनने का विकल्प है.
5. किन अस्पतालों में करवा पाएंगे इलाज?
नेशनल हेल्थ अथॉरिटी पर मौजूद जानकारी के अनुसार फिलहाल दिल्ली, ओडिशा और पश्चिम बंगाल ऐसे राज्य हैं जहां एक भी आयुष्मान कार्ड नहीं बना है. हालांकि, ये योजना देशभर में लागू है.
ये एक कैशलेश स्कीम है. मरीज के इलाज का खर्च केंद्र और राज्य सरकार उठाती हैं. मरीज सरकारी अस्पताल के साथ ही प्राइवेट अस्पताल में भी अपना इलाज करा सकते हैं.
6. जिनके पास प्राइवेट कंपनियों का बीमा उनका क्या?
सरकार ने इस योजना की घोषणा करते हुए उन वरिष्ठ नागरिकों का भी ज़िक्र किया है जिन्होंने निजी कंपनियों से बीमा पॉलिसी ख़रीदी है.
सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 70 साल या उससे अधिक के वरिष्ठ नागरिक जो निजी स्वास्थ्य बीमा योजना या कर्मचारी राज्य बीमा योजना के तहत आते हैं, वे भी एबी पीएम-जेएवाई के तहत लाभ लेने के पात्र होंगे.
7. इस योजना का लाभ लेने के लिए करना होगा आवेदन
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि बहुत जल्दी इस योजना की शुरुआत की जाएगी. उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों से अपील की है कि वो इसके लिए आवेदन करें.उन्होंने कहा, ” ये बहुत ही एक बड़ा कार्यक्रम है. इसके लिए शुरुआती रकम 3,437 करोड़ रुपये रखी गई है. ये डिमांड बेस्ड स्कीम है, डिमांड बढ़ेगी तो फिर उसके हिसाब से आगे बढ़ेंगे.”